ShriHari Mandir’s 16th Patotsav
ॐ श्रृंगारयुक्त–स्वप्रिया–भक्तिदेवी दर्शनेन–आनन्दिताय श्रीहरये नमः ।।
दिव्यश्रृंगारसे युक्त स्वप्रिया भक्तिदेवीका दर्शन करके जो आनंदित हुए हैं ऐसे भगवान श्रीहरिको नमस्कार ।।
Obeisances to Lord ShriHari is who delighted with the divine sight (Darshan) of His own beloved Bhakti Devi!
ॐगोकुलग्रामस्वपादन्यासपवित्रकर्त्रे गोपगोपीजनसंकटहरणकर्त्रे गौपालनकर्त्रे भगवते श्रीहरये नमः । अपने चरणोंसे गोकुल गांवको पवित्र करनेवाले, गोप और गोपियोंके संकटको हरने वाले, गौ माताका पालन करनेवाले भगवान श्रीहरिको हमारा नमस्कार ।
Obeisances to Lord ShriHari who purifies the village of Gokul with the dust of His lotus feet; who removes the afflictions of cowherds and milk-maidens; and who protects His beloved Mother Cow.
श्रीहरि मंदिरका दिव्य १६वा पाटोत्सव चल रहा है जिसके अंतर्गत आज वसंतपंचमीके पुण्य शुभदिवस पर श्रीहरि मंदिरमें श्रीहरि बगीचीमें स्थित भगवान श्रीगोवर्धनजीकी अन्नकूट निमित्त पूज्य भाईश्रीके कर कमलोसे पूजा संपन्न हुई ।
वाणी की अधिष्ठात्री देवी माँ सरस्वती का मन्त्रमहार्णव ग्रन्थसे उद्धृत वागेश्वरीमहाकल्पोक्त यंत्रार्चन के साथ सान्दीपनि विद्यातीर्थ में आज पूजन संपन्न हुआ। वसंतपंचमी की विशेष महिमा जानने के लिए