Day 6 | Jhula Darshan 2021
ॐ नानाविधकुसुमावृत्तदोलोपविष्टाय नामोच्चारणवशाय नंदप्रांगणरेणुभूषितदेहाय भगवते श्रीबालमुकुन्दाय नमः ।
विविध पुष्पों से आवृत्त झूले में बैठे हुए, अपने नामके उच्चारण मात्र से वशमें हो जानेवाले, नंदभुवन के आंगन में विहारकरते हुवे उस आंगन की धूल से धूसरित श्रीअंग है जिनका ऐसे भगवान श्रीबालमुकुन्द को वन्दन ।
I bow down to BabyKrishna who is seated in a swing decorated with various flowers; who is captivated merely by calling out His Name; who frolics in the courtyard of Nanda Baba and whose limbs are covered in this dust of Braja. Obeisances to Lord Bāla Mukunda.