ૐगणेशस्वरुपधराय गणनाथसमवृताय गङ्गाशशिकिशोरधराय भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
गणेशजीका रुप धारण करनेवाले,जो गणेशजीके पार्षदोंसे घिरे हुए हैं और गंगा एवं बाल चन्द्रको धारण करनेवाले भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर को नमस्कार ।।
I bow down to Lord #Shrichandramaulishvara, who has assumed the form of Ganesha; who is surrounded by Lord Ganesha's councillors and who holds the Ganges and crescent Moon upon His head.
ॐ श्वेतालयेविराजिताय सोमाय शुद्धविग्रहाय भस्मोद् धूलितविग्रहाय भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
श्वेत भवन में विराजमान, उमाके साथ रहनेवाले, शुद्ध शरीरवाले, और अपने श्रीअंगोमे भस्म लगानेवाले भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को प्रणाम ।
I bow down to #ShriChandraMaulishvara, who is seated in an all-white abode; who lives along with goddess Umā; who applies sacred ashes (bhasma) upon the sacred limbs of His body! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐनानापुष्पाच्छादितालये अधिष्ठिताय नानाभुवनाधिकर्त्रे नमस्कृताभीष्टवरप्रदाय विभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
नाना (विभिन्न) प्रकारके कुसुमों से शोभित भवन में स्थित, नाना (विभिन्न) भुवनोंपर अधिकार रखनेवाले और नमस्कार करने मात्र से अभीष्ट वर देनेवाले विभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को प्रणाम ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara who resides in an abode which is decorated with various types of Flowers; who reigns over various abodes and who grants any desired boon to His devote simply upon being saluted! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐतृणकरवीरप्रशुनभूषितालयेविराजिताय त्रिशूलधारिणे स्वेच्छाविष्कृतविग्रहाय तडित्प्रभाताम्रजटाधराय प्रभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
तृण और कनेर पुष्प से शोभित भवनमें विराजित, त्रिशूलधारी, भक्तों पर कृपा करने के लिए स्वेच्छा से सगुण रूप धारण करनेवाले और विद्युत्प्रभाके समान कुछ लालिमा लिये हुए चमकती दीखती जटा वाले प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेवको नमन।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who situated in adobe which is adorned with grass and kaner flowers, who holds Trident in his hand, who manifests in a form to bless His devotees and whose Matted locks shine as copper-red lightning! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐधवलकौसुम्भमुक्ताफलपटालङ्कृताय स्मितमनोज्ञवक्त्राम्बुजाय त्रिपथगाम्बुचन्दनार्चिताय विभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
जो प्रभु श्वेत एवं केसरी वर्णकी मालिकाओं और वस्त्र से शोभायमान हैं, जिनका मुखारविंद मंद मुस्कान की छटा से अत्यन्त मनोहर दिखाई देता है और जिनकी गंगाजल और चन्दनसे अर्चा हुई है ऐसे प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को नमन |
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who is adorned with white and saffron pigmented garlands and cloth; whose face looks delightful with a gentle smile; who is worshiped with the sacred water of River Ganga and sandalwood paste. Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐपीतहरितवर्णालङ्कृतालयस्थाय प्रणवचन्दनमण्डिताय पुष्पलोचनाय पाशारुणोत्पलकपालत्रिशूलहस्ताय प्रभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
जो पीले-हरे वर्ण से सज्जित भवन में स्थित हैं, जो चन्दन के 'ॐ' कर से शोभित हैं, जिनके पुष्पके समान खिले हुए नेत्र हैं और जिनके हाथों में पाश, लाल कमल, कपाल और त्रिशूल हैं ऐसे प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को प्रणाम ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who resides in a yellow and green abode; whose formless “Linga” form is adorned with the pranava ‘Omkāra’ made out of cooling sandlewood paste; whose eyes are fully bloomed flowers and who holds the noose, a red lotus, a skull (*the fifth head of Brahmājī) and Trident spear in his hands! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐत्रिवर्णभूषितालयेशोभिताय नित्यशान्तिपरायणाय मधुरप्रियदर्शनाय भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
जो त्रिवर्ण से विभूषित भवन में शोभायमान हैं, जो निरंतर शांत रहनेवाले हैं और जिनका दर्शन मनोहर एवं प्रिय हैं ऐसे भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर को नमन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who resides in abode adorned with Indian flag's tricolor*; who is eternally calm by nature and whose darshan is very pleasant and joyful! Obeisances to Lord Chandramaulishvara. (In honor of India’s 75th Independence Day).
ॐ उपवननिकेतनाय वाटिकाविहारिणे सर्वजगद्विहारमतुलाय वृषांकाय वृषभारूढ़ाय प्रभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
उपवन जिनका गृह है, जो उद्यान में विहार करते हैं, जिनके विहारकी पूरे विश्व में कोई तुलना नहीं हैं ऐसे अतुलनीय विहारी, अपनी ध्वजा में वृषभका चिह्न धारण करनेवाले और वृषभकी सवारीवाले प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को प्रणाम ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, Who lives in a grove; who roams in the garden; whose travels are incomparable with anything in this whole world. Salutations to one who has no second; who bears the ensignia of a Bull (Vrishabha) upon His flag and who rides the bull representing Dharma. Obeisances to Lord Shri Chandramaulishvara.
ॐ लोहितशुक्लत्रिपुण्डमण्डिताय विभूतिपाटीरविलेपिताय लोकलावण्यप्रदात्रे भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
रक्त-श्वेत त्रिपुण्ड से सुशोभित, विभूति (भस्म) तथा पाटिर (सुगंधित द्रव्य) आदि अंगरागसे लिप्त, सब लोगों को सुंदरता प्रदान करनेवाले, प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेवको नमन ।
I bow down to Lord #Chandramaulishvara who adorned with a red and white tripund; whose divine body is adorned with holy ash (Bhasma) and fragrant substance (Patir) and who bestows beauty to all. Obeisances to Lord Sri Chandramaulishvara.ॐ पवित्राभूषितालयेशोभाढ्याय पञ्चाननाय प्रमथैकपतये भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
पवित्रा से विभूषित भवन में बिराजित हो उसे सुशोभित कर रहे, पाँच मुखवाले और प्रमथ गणों के एकमात्र स्वामी भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को वंदन ।
I bow down to Lord #Shrichandramaulishvara, whose abode is decorated with the sacred cotton-ball ‘Pavitra’ garlands; who has five auspicious faces; and who is sole Lord of the Pramatha-gana* (group of attendants of Shiva). Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ पीताम्बरपरिभूषितावासे अधिष्ठिताय प्रणतपालनभव्यभाराय सर्वप्रमाणसंवादिने भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
पीले वस्त्रों से शोभित भवनमें स्थित , प्रणतजनोंकी रक्षाका भव्य भार धारण करनेवाले और सम्पूर्ण प्रमाणों में सामंजस्य स्थापित करनेवाले भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को वन्दन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who resides in an abode decorated with yellow garments; who bears the great responsibility of protecting devotees who are surrendered to Him; who establishes Harmony amongst all forms of proof. Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐसुमनपत्राच्छादितालये विराजितं शुष्कफलाभूषितं सुमनोनिवासिनं समुद्रमंथनोत्पन्नगरलपानकर्तारं विभुं श्रीचंद्रमौलीश्वरं नमामः ।
पुष्प-पत्रों से आच्छादित भवन में विराजमान, सुकामेवा से जिनका श्रृंगार किया गया है ऐसे, भक्तोंके मनमें निवास करनेवाले और समुद्र मंथन से उत्पन्न हुए विषका पान करनेवाले विभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को हम नमन करते हैं ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who resides in an abode decorated with various colourful flowers and leaves; who is adorned with dryfruits; who dwells in the hearts of devotees and who drinks the poison which emerges from the churning of the ocean! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ कंजालङ्कृतालये मण्डिताय कमलासनपूजिताय कमलापतिपूजितपादाम्बुजाय कुवलयदलामलकलाकलितामलललाटाय प्रभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
जो कमलपुष्प शोभित वसन में सुशोभित हुए हैं, जो कमलासन ब्रह्मा से पूजित है, जो कमलापतिके द्वारा पूजित चरणकमलवाले हैं, जिनका ललाट कमलकी पंखुड़ी के समान निर्मल और चंद्र की कला से कान्तिमान-पवित्र हैं ऐसे प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को अभिवंदन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who resides in the abode decorated with lotus Flowers; who is worshiped by lotus-born Brahmaji; whose lotus feet are worshiped by Lord Kamalāpati (The husband of Goddess Lakshmi; ShriHari) and whose forehead is as spotless as a lotus petal and as resplendent as a moon- ray! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ पंचाक्षरीपञ्जररञ्जिताय बालार्कायुततेजसे त्र्यक्षंपन्नगभूषणाय भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
नमः शिवाय इस पंचाक्षरी रूप पंजरसे सुशोभित, दस हजार बालसूर्योके समान तेजस्वी हैं, चन्द्रमा , सूर्य और अग्नि - ये तीन जिनके तीन नेत्रोंके रूपमें अवस्थित हैं तथा सर्प ही जिनके आभूषण हैं ऐसे भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को प्रणाम ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who is adorned with the five letter mantra of ‘Namah Shivaya’; who is as splendid as ten thousand young suns; whose three eyes are the Sun, the Moon and Fire(agni); whose only ornaments are snakes. Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ गंधपुष्पालङ्कृतालयेविराजिताय गिरिजाविलासिने गजराजविमर्दनाय गुणनामसुनृत्यकाय प्रभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
गेंदा पुष्प शोभित आवास में विराजमान, भगवती गिरिजाके साथ आनन्दका अनुभव करनेवाले, गजराजका विमर्दन करनेवाले, गुण और नामके अनुसार सुन्दर नृत्य करनेवाले प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेव को नमन ।
I bow down to #ShriChandramaulishvara who is seated in an abode decorated with marigold flowers; who experiences bliss in the company of Mother Girijā; who performs the transplant of an elephant-head to a lord Ganesh; who performs a beautiful dance in accordance with the Names and Qualities He takes on. Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ श्रीरामनामालङ्कृतागारे विराजिताय रघुनाथार्चिताय रघुनाथवरप्रदाय रघुनाथप्रियाय स्फुरत्परमसौख्यसच्चिद्वपुषे श्री चन्द्रमौलीश्वराय नमः ।
जो राम नाम से अलंकृत भवन में विराजमान हैं, भगवान श्री राम द्वारा सुपूजित, भगवान श्री राम को वरदान प्रदान करने वाले, भगवान श्री राम को अत्यंत प्रिय, जिनका स्वरूप सच्चिनमय एवं परमानंद स्वरूप से प्रकाशित है वैसे प्रभु श्री चंद्रमौलीश्वर महादेव को नमन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, the one who is seated in an abode adorned with the name of Rama; who is worshiped by Lord Rama; the one who bestowed the boon to Lord Rama; who is very dear to Lord Rama; whose form is illumined by the trinity of Truth-consciousness-bliss (Sacchidanand) and supreme Bliss! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ धान्याभूषितनिलये मण्डिताय प्रार्थिगम्याय वेदान्तसारसंदोहाय नीललोहिताय भगवते श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
धान्य से सज्जित गृह में शोभित, प्रार्थियों को प्राप्त होनेवाले, वेदान्तके सारतत्त्व सच्चिदानंदमय ब्रह्म की साकार मूर्ति और गले में नील और बाकी अंगो में लोहित वर्णवाले भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर को नमन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara - who is residing in grain-cereal palace today; who is attained by those who prays Him; the embodiment of that Highest Reality (Brahm) who is the essence of Vedanta and whose embodied form is the trinity of existence-consciousness-bliss and whose whole body is reddish hue except for His neck, which is peacock blue (*due to Lord Mahadeva drinking the deadly poison at the time of the Ocean churning.)
ॐ तुलसीदलोपासिताय कुसुमदलैर्शोभितसदने प्रतिष्ठिताय कारुण्यकर्त्रे विचारदाय कार्तिकेयकलनृत्यकलावलोकनाय प्रभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
तुलसीदल से जिनकी उपासना हुई है ऐसे, जो पुष्पकी पंखुड़ियों से शोभित गृह में प्रतिष्ठित है, सभी पर करुणा करनेवाले, सबको विचार (तत्त्वनिर्णयात्मिका शक्ति) देनेवाले और कार्तिकेयके सुन्दर नृत्यकलाका अवलोकन करनेवाले प्रभु श्रीचंद्रमौलीश्वर महादेवको प्रणाम ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara; the one who is worshiped with tulsi leaves, who is seated in abode decorated with flower petals; who has compassion on all living beings and gives the capacity for discriminate thought of that Higheat Reality to all and who observes the beautiful dance performance of Kartikeya! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ चतुर्लिङ्गतोभद्रमण्डलसंस्थिताय चितारजःपुञ्जविचर्चिताय चन्द्रार्धकृतशेखराय परार्थवृत्तिर्वरदाय प्रभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
चतुर्लिङ्गतो भद्रमण्डल मे विराजमान, शरीरमें चिता - भस्मका पुंज लगानेवाले, अर्ध चंद्र को अपने मस्तक पर धारण करने वाले, परोपकारी एवं अभीष्ट वरदान के दाता भगवान श्रीचंद्रमौलीश्वर को नमन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who is seated in colourful rise made four shivling yantra (bhdramandalam), who applied ash on his forehead in the tripund shape, who holds half of moon on his Head, who is benevolent and boon giver to his deevotes! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ अर्धनारीश्वराय अष्टमूर्तये अनन्तकीर्तये आश्रितामरपादपाय अमेयमानाय विभवे श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
जिनका आधा अंग अम्बिकास्वरुप और आधा अंग शिवरुप है, जल, अग्नि, वायु, आकाश, सूर्य, चंद्रमा, पृथ्वी और यजमान- इन आठ रुपोंवाले, जिनकी कीर्ति अनन्त है, आश्रित जनोंके लिए कल्पवृक्ष समान, जिनके स्वरूपका कोई माप नहीं हैं ऐसे भगवान श्री चंद्रमौलीश्वर को नमन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, half of whose limbs are in the form of goddess Durga and rest of half whose limbs are in the form of Lord Shiva; who has 8 forms of water, fire, air, sky, sun, moon, earth, and host of sacred undertakings; whose fame is infinite; who is like wish-fulfilling tree for those who has taken shelter in Him; whose form has no measure! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ मूर्धाभिषिक्तालये विराजिताय शङ्खचक्रगदायुधालङ्कृताय सिद्धवृन्दारवन्दिताय सुकीर्तिशोभनाय मनोमयाय श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
राजभवन मे विराजमान, शंख, चक्र, गदा और पद्म से विभूषित, सिद्धों और देवताओं द्वारा वन्दित, उत्तम कीर्ति से सुशोभित होने वाले, सबके भीतर मनरूपसे निवास करने वाले भगवान श्री चंद्रमौलीश्वर को नमन ।
I bow down to #Shrichandramaulishvara, who resides in Palace; who is adorned with conch, chakra, mace and lotus; who is worshiped by deities, who is adorned with excellent fame and who resides in the heart of all human beings! Obeisances to Lord Chandramaulishvara.
ॐ विविधस्तम्बकर्यावृत्तालये विराजिताय वेदशास्त्रार्थतत्त्वज्ञाय वन्दनतुष्टमनसे वरदहस्तधराय वृन्दावनेश्वरजन्मोत्सवोत्सुकाय श्रीचंद्रमौलीश्वराय नमः ।
अक्षत आदि विविध धान्य से सुशोभित भवनमें विराजमान, वेदों और शास्त्रों के अर्थ और तत्त्व को जानने वाले, वंदना करने से जिनका मन प्रसन्न होता है, वरद मुद्रा धारण करनेवाले, वृंदावन के स्वामी श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की राह देखनेवाले भगवान श्री चंद्रमौलीश्वर को नमन ।
I bow down to Shri #Chandramaulishvara who is adorned with multigrain, who knows the meaning and tattvagyan of Vedas and puranas, who always satisfies when people greet (doing Namaskar), always holds varada mudra (blessing position), who eagerly waits for Krishna's birth, obeisances to Lord Sri Chandramaulishvara.